बच्चों को किस दिशा में पैर करके सोना चाहिए | Best Direction to Sleep
बच्चों को किस दिशा में सुलायें |Scientific Direction to Sleep
एक माता-पिता के रूप में, हमारे बच्चों को एक अच्छी नींद लेना उनके संपूर्ण स्वास्थ्य और भलाई के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन अक्सर हम बच्चों की सोने की दिशा पर ध्यान नहीं दे पाते।
जबकि एक अच्छी नींद के लिए कई कारक योगदान देते हैं, इस ब्लॉग पोस्ट में, हम बच्चों के लिए सबसे अच्छे सोने के दिशा के पीछे विज्ञान का तर्क समझेंगे और इसके नींद की गुणवत्ता और विकास पर प्रभाव पर चर्चा करेंगे।
1. किसी भी मंदिर, मस्जिद और शमशान में नहीं सोना चाहिए।
2. सूखे पैर लेकर सोना समृद्धि को बढ़ाने वाला माना गया है। कभी भी पैर पानी में भिगो कर नहीं सोना चाहिए।
3. सूर्यास्त के समय नहीं सोना चाहिए।
4. बांस और पलाश के पेड़ की लकड़ी से बने फर्नीचर का प्रयोग सोने के लिए नहीं करना चाहिए। बांस की लकड़ी का प्रयोग पूजा पाठ में भी मना किया गया है।
5. फर्श पर भी बिना बिछौना नहीं सोना चाहिए।
6. जिस प्रकार जागने पर हम उस परमपिता परमेश्वर को याद कर अपने दिन की शुरुआत करते हैं, उसी प्रकार सोने जाने से पहले भी हमें ईश्वर का धन्यवाद जरूर करना चाहिए।
7. शास्त्रों में सोने जाने से पहले एक प्रार्थना मंत्र दिया गया है। शयन मन्त्र प्रकार है।
यह एक रक्षा मंत्र है। जिसका अर्थ है कि श्रीहरि अपने अलग-अलग रूपों में इस ब्रह्मांड में मेरी रक्षा करें। पाताल में वाराह देव रक्षा करें। पृथ्वी पर वामन रूप में रहते हुए रक्षा करें। आकाश मे नरसिंह रक्षा करें और श्री केशव सभी दिशाओं से रक्षा करें।
8.पलंग के गद्दे के नीचे अन्य सामान जैसे कापी, पेंसिल, घड़ी नहीं रखना चाहिए। ये चीजें नींद में भी खलल डालती हैं। साथ ही वास्तु और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इन्हें वर्जित किया गया है।
9.सोने के पलंग के नीचे लोहे का कोई सामान या झाड़ू आदि नहीं रखें। ये चीजें सौभाग्य घटाती हैं।
10.सोते समय शरीर को किसी वस्त्र से ढंककर सोना चाहिए।
11. पलंग का वह हिस्सा जिधर सिर करके सोए अधिक ऊंचा होना चाहिए। पैर वाला हिस्सा थोड़ा नीचे रखें।
12. पलंग टूटा हुआ नहीं हो। समतल होना चाहिए। पलंग पर बिछौना जरूर हो।
13. सोने वाले कमरें में हल्की मद्धिम रोशनी की व्यवस्था करनी चाहिए।
14. छः से आठ घंटे की नींद लेेने से कई शारीरिक विकारों से शरीर मुक्त रहता है।
15. सुबह चार से छः बजे के बीच बिस्तर त्याग देना चाहिए। ये मुहूर्त ब्रह्ममुहूर्त माना गया है। ब्रह्ममुहूर्त में निद्रा का त्याग सबसे पहला योगासन है, जिससे आयु में वृद्धि होती है।
16. झूठे मुंह नहीं सोना चाहिए। इसलिए सोने से पहले दातून या ब्रश जरूर करें। यदि कभी ब्रश करने का समय नहीं हो तो पानी से कुल्ला जरूर करें।
17. पूरब और दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोना अच्छे स्वास्थ्य को प्रदान करता है। उत्तर व पश्चिम में सिर करके सोना बीमारी दे सकता है व उम्र को कम करने वाला माना गया है।
रात को सोते समय अगर हमारा सिर दक्षिण की तरफ और पैर उत्तर दिशा मे हैं तो धन लाभ की स्थिति बनती हैं। पर इसके ठीक उलटे सोने से मानसिक चिंताए कहीं अधिक होने लगती हैं।
यदि आप अपने विस्तर मे इस तरह से शयन करते हैं कि आपका सिर पूर्व दिशा की ओर और आपके पैर पश्चिम दिशा कि ओर रहते हो तो आध्यत्मिक अनुकूलता पाने के लिए यह अनुकूल उपाय होगा।
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