चाय का हमारे ग्रहों पर प्रभाव- How tea affect our planets

क्या चाय हमारे ग्रहों को प्रभावित करती है? क्या चाय पीने से कुंडली के ग्रहों के बुरे प्रभाव कम हो सकते हैं? 

चाय पीने से कुंडली के ग्रहों के बुरे प्रभाव कम हो सकते हैं। चाय मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है और इसे मन को शांत करने और स्थिरता को बढ़ाने का एक उपाय माना जाता है।

कुंडली के ग्रहों का प्रभाव अक्सर मन और शारीर पर असामान्य प्रभाव डालता है, जिससे व्यक्ति को तनाव और चिंता की स्थिति का सामना करना पड़ता है। चाय पीने से मन को शांत किया जा सकता है और इससे व्यक्ति की मानसिक स्थिति में सुधार हो सकता है। इसलिए, चाय पीना कुंडली के ग्रहों के बुरे प्रभाव को कम करने का एक उपाय हो सकता है।

चाय का हमारे ग्रहों पर असर

  • चाय का संबंध शनि ग्रह से है। इसलिए जिन लोगों की कुंडली मे शनि अच्छा होता है उन्हें चाय जरूर पीनी चाहिए। वहीं अगर जिन लोगों की कुंडली में शनि अच्छा प्रभाव नहीं दिखा रहा है, उन्हें चाय खुद पीने की बजाय दूसरों को पिलानी चाहिए
  • शनिवार को किसी जरूरतमंद को चाय की पत्ती का दान करना चाहिए। इससे शनि शुभ फल देने लगते हैं।
  • जिन लोगों की कुंडली में शनि बहुत अच्छी स्थिति में हैं या धन भाव के स्वामी हैं, उन लोगों को चाय के बिजनेस में हाथ आजमाने से अपार सफलता मिलती है।

  • जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता उनको चाहिए कि सुबह नंगे पैर घास पर दौड़ लगाऐं और रविवार के दिन चाय की पत्ती का दान किसी धर्म स्थान पर करना चाहिए।
  • जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति (Jupitor) कमजोर होता है, वे आपको ज्यादातर आलसी स्वभाव के मिलेंगे। उन लोगों को कम चीनी, कम दूध वाली चाय पीनी चाहिए।
  • लोगों को Lemon Tea पीना ज्यादा फायदेमंद होता है। वहीं जिन लोगों को चंद्रमा कमजोर होता है उन्हें अपने माता-पिता से अच्छे संबंध रखने चाहिए और बिना दूध वाली चाय इलायची डालकर पीना चाहिए।
  • जिन बच्चों का शुक्र कमजोर होता है। वे हर काम बड़ी धीमे-धीमे करते हैं। जैसे धीमे से उठना,धीमे से बैठना, धीमे-धीमे चलना। इन लोगों का आभामंडल (Aura) कमजोर होता है।
  • वहीं अगर कुंडली मे बृहस्पति कमजोर होता है तो ऐसे बच्चों को चाहे जितने अच्छे कपड़े पहना दिया जाए या हर इच्छा पूरी कर ली जाए, फिर भी उनके चेहरे पर एक उदासी छाई रहती है। क्योंकि जीवन में सुख का कारक बृहस्पति होता है। ऐसे में अगर शुक्र और बृहस्पति दोनों कमजोर हो गए तो जीवन में नारकीय हो जाता है।
  • ऐसे बच्चों को पढ़ाई करते वक्त नींद बहुत आती है। खासकर जब उनकी उम्र 18 वर्ष से ऊपर होती है। ऐसे में बच्चों को बिना दूध की चाय कुछ दाने सौंफ के मिला कर पिलानी चाहिए।
  • वहीं अगर बिना दूध की चाय में नींबू निचोड़ कर यानी Lemon Tea अगर उन्हें उन्हें पिलाई जाए तो उन्हें जीवन में कभी आलस्य आएगा ही नहीं और अपने लक्ष्य को जरूर हासिल कर पाएंगे।

किस दिन, कैसी चाय पिए

Sunday:- जिन बच्चों को exam phobia है। परीक्षा से डर लगता है उन बच्चों में आत्मविश्वास की बहुत कमी होती है। ऐसे बच्चों को 

सूर्य मंत्र 
ॐ घृणि सूर्याय नमः 
की 10 माला 31 दिन तक लगातार करनी चाहिए। इससे उनमें आत्मविश्वास दिखाई देने लगेगा।

  • कहते हैं की यदि कोई चाय पी रहा है और उसके डायरी पर चाय गिर जाय तो उसके जीवन में खूब सरकारी पंगे पड़ते हैं।
  • यदि व्यक्ति चाय पी रहा है और कोई सामान उठाना चाह रहा है और अचानक किसी से टकराकर चाय की प्याली ही गिर कर टूट जाय तो समझ लो उसके जीवन में आर्थिक हानि होने वाली है.
  • यदि कोई व्यक्ति चाय पीते पीते किसी काम धंधे के बारे में सोच रहा है तो उसके काम बन जाते हैं। रिश्ते के बारे में सोच रहा है तो रिश्ते भी बन जाते हैं
  • लेकिन यदि कोई चाय पीते पीते दवाई खा रहा होता है तो वो जल्दी ठीक नहीं होता है।
  • जिन बच्चों को पढ़ा हुआ याद नहीं रहता, उन बच्चों को मैदे से बनी हुई किसी भी चीज को नहीं खाना चाहिए।
  • जिन लोगों को बहुत ज्यादा गुस्सा आता है उन लोगों को मसालेदार भोजन और चाय से दूरी बना लेनी चाहिए।

Monday:- अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा बुरे प्रभाव दे रहा है तो सोमवार को चाय में मिश्री डालकर पिए।

Tuseday:- अगर आपकी कुंडली में मंगल भारी है, विवाह बार-बार टूट रहा है। तो आपको लौंग और गुड वाली चाय मंगलवार के दिन पीनी चाहिए।

Wednesday:- अगर आप चर्म रोग (skin disease) के शिकार हैं। तो बुधवार के दिन आपको चाय में तुलसी डालकर पीना चाहिए।

Thursday:- बृहस्पतिवार को चाय में शहद या केसर डालकर पीना फायदेमंद है।

Friday:- शुक्रवार को चीनी और इलायची वाली चाय पीनी चाहिए।

Saturday:- अगर कुंडली मे शनि बुरे प्रभाव दे रहा है तो शनिवार के दिन चाय में काली मिर्च डालकर और नींबू निचोड़ कर पीना चाहिए।

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