Peepal Ke Upay | पीपल के उपाय
पीपल के पत्तों में सभी देवी देवताओं का वास माना जाता है। पीपल के वृक्ष की यह खूबी तो सभी को पता होगी कि यही एकमात्र ऐसा वृक्ष है जो रात को भी ऑक्सीजन छोड़ता है।
पीपल का महत्त्व | Peepal ka Mahatv
पीपल के पेड़ की महिमा श्रीमद्गीता में भी बताई गई है। जिसके 18वें अध्याय में भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि "मैं वृक्षों में पीपल हूँ"। इसके नीचे बैठ कर पूजा करना शुभ और मोक्षदायी माना गया है।
पीपल के पेड़ को उखाड़ने से पित्र दोष लगता है। अगर आप कई तरह के पित्र दोष के उपाय कर चुके हैं लेकिन उसके बाद भी आपके घर की समस्या बनी हुई है तो पीपल का यह उपाय एक बार जरूर करें।
- शनिवार के दिन 8 पीपल के पेड़ जरूर लगाएं। वे सभी पेड़ अपने दादा-दादी, माता-पिता, नाना-नानी और अगर चाचा-चाची हैं तो उनके नाम पर लगाएं।
- 40 दिन तक उनमें पानी दें।
- अगर वे सभी पेड़ चल जाते हैं तो इसका मतलब आपके पितरों को मुक्ति मिल चुकी है।
- इस प्रकार आप अपने पितरों को उत्तम गति प्रदान करेंगे।
पीपल के उपाय | Peepal Ke Upay
- अगर पीपल का पेड़ घर के पूर्व या उत्तर दिशा में होगा तो उस घर का विकास दुनिया की कोई ताकत नहीं कर पाएगी।
- क्योंकि इस दिशा में पीपल का पेड़ होगा तो घर को छाया देता रहेगा। लगातार इसकी छाया में रहने वाले घर के सभी लोगों को हर समय आपदा विपदा ही घेरे रहती है।
- वही पीपल या बांस का पेड़ अगर घर के दक्षिण और पश्चिम दिशा में है तो इसे शुभ माना गया है।
- शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में सरसों का तेल का दिया जलाने से शनि के दोषों में लाभ मिलता है और पित्र दोष भी दूर होते हैं।
- वहीं रविवार को पीपल के पेड़ में जल चढ़ाने और उसे छूने से कष्टों में वृद्धि होती है।
- जिन लोगों का बृहस्पति कमजोर है, उन्हें चाहिए कि पीपल के पेड़ की गीली लकड़ी को काटकर 108 टुकड़े करें और उसे हवन की तरह प्रयोग करें।
- ऐसा करने से उन्हें पीपल का पेड़ काटने का दोष नहीं लगता और बृहस्पति ग्रह भी मजबूत हो जाता है।
- यदि धन संबंधी परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो किसी भी श्रेष्ठ मुहूर्त में हनुमानजी का यह उपाय करें।
- किसी पीपल के वृक्ष का एक पत्ता तोड़ें। उस पत्ते पर कुमकुम या चंदन से श्रीराम का नाम लिखें। इसके बाद पत्ते पर मिठाई रखें और यह हनुमानजी को अर्पित करें। इस उपाय से धन लाभ होता है।
अगर घर के आंगन में पीपल उग आए
👉जिस प्रकार पूजा घर में की गई पूजा आपके लिए वरदान साबित होती है और वही पूजा अगर किसी गंदी या सार्वजनिक जगह पर की जाए तो वह अभिशाप भी बन सकती है। उसी प्रकार अगर घर में पीपल का पेड़ अपने आप उग जाए वहां का पारिवारिक जीवन सुखमय नहीं होता है, घर में कलेश बना रहता है।
पीपल की पूजा में किन बातों का रखें ध्यान
- शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि ब्रह्म मुहूर्त में पीपल के पेड़ की पूजा नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और घर में दरिद्रता का वास हो जाता है।
- क्योंकि सूर्योदय से पहले पीपल में लक्ष्मी का वास नहीं होता। वहीं सूर्यास्त के बाद भी पीपल में जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसे दरिद्रता आती है। इसलिए पीपल के पेड़ की पूजा सूर्यास्त से पहले और खास तौर पर शनिवार के दिन करने का विधान है।
- इसलिए अनावश्यक रूप से पीपल का पेड़ नहीं काटना चाहिए।
- पीपल के पेड़ की लकड़ी से घर का चूल्हा नहीं जलाना चाहिए। उसे केवल हवन यज्ञ में ही प्रयोग करना चाहिए।
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