धन हानि के कारण | Dhan hani ke karan

धन हानि के कारण | DHAN HANI KE KARAN

कहते हैं कि लक्ष्मी को रोककर रख पाना बहुत मुश्किल होता है। कोई व्यक्ति कितना कमाता है, इससे फर्क नहीं पड़ता, बल्कि वह कितना संभाल कर रख पाता है, यह ज्यादा जरूरी होता है। जिसे धन को रोकने की समझ होती है वही आदमी कामयाब बन पाता है।

धन हानि के कारण | Dhan hani ke karanवैसे तो पैसे को बर्बाद करना या फिजूलखर्ची करना मानवीय आदत है। लेकिन कई बार dhan hani ke karan घर के वास्तु दोष के कारण भी होता है। अब बात आती है कि dhan hani se kaise bachen. यदि हम इन वास्तु दोषों को जान समझ कर इन्हें दूर कर लें तो धन की हानि को काफी हद तक रोका जा सकता है।

धन हानि रोकने के उपाय | dhan hani rokne ke upay

1.आपके घर की दीवार का वास्तु विज्ञान में बड़ा ही महत्व है। वास्तु विज्ञान के अनुसार अगर घर की दीवारों में दरारें पड़ रही हैं तो उसे जल्दी से जल्दी भरवा देनी चाहिए. क्योंकि दीवारों में पड़ी दरारें धन हानि का कारण बनती है। ऐसा माना जाता है कि ऐसे घरों में देवी लक्ष्मी का वास नहीं होता है।

2.अगर आपके घर में शीशा टूट गया हो या खिड़की दरवाजों के कांच टूटे हुए हों तो उसे घर में नहीं रखें। इन्हें हटाकर नया कांच लगवाना चाहिए। वास्तु विज्ञान के अनुसार टूटे हुए कांच नकारात्मक उर्जा को बढ़ाते हैं. जिससे स्वास्थ्य और Dhan ki hani होती है। मानसिक परेशानी भी बनी रहती है।

3.वास्तु विज्ञान में बताया गया है कि घर की छत को साफ रखना चाहिए। छत पर कूड़ा कबाड़ और गंदगी होने से धन संबंधी विषयों को लेकर चिंता बनी रहती है. धन की हानि के साथ मान सम्मान की भी हानि होती है।

4.वास्तु विज्ञान में धन हानि के लिए जो सबसे बड़ा दोष माना जाता है उसमें नल से पानी का टपकते रहना भी dhan hani ke karan में  शामिल है। माना जाता है कि जिस तरह नल से पानी टपकता रहता है उसी प्रकार आपका संचित धन भी धीरे-धीरे खर्च होता जाता है और  है।

5.वास्तु के अनुसार जिन घरों में मुख्य दरवाजा इस प्रकार लगा होता है कि अंदर जाते समय दरवाजा छोटा और बाहर आते समय बड़ा लगता हो उस घर में धन ठहरता नहीं है। अगर आपकी आय अच्छी भी होगी तो बचत करना कठिन होगा।

6.घर में देवी-देवताओं की टूटी हुई मूर्तियों को नहीं रखना चाहिए। टूटी हुई मूर्तियां होने से नकारात्मक उर्जा बढती है. जिससे धन की हानि होती है।

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