बेटी की शादी नहीं हो रही तो करें ये उपाय
1.अगर किसी लड़की की शादी समय पर नहीं हो पा रही है लड़की की उम्र 25 वर्ष से अधिक हो चुकी है। पर रिश्ते वाले आ कर वापस चले जा रहे हैं तो इसका सीधा मतलब है कि लड़की की कुंडली में गुरु ग्रह शभ स्थिति में नहीं है।
जिस किसी की कुंडली में गुरु ग्रह शुभ स्थिति में हो और अपने शुभ परिणाम दे रहा हो उसका विवाह समय पर या वक्त से पहले हो जाता है।
2. विवाह में देरी का दूसरा कारण कुंडली के सातवें घर में शनिदेव का प्रभाव होना या शनि का गुरु ग्रह पर दृष्टि का होना भी है। जन्म कुंडली के सातवें घर से शादी का विचार किया जाता है। अगर इस घर पर शनि की दृष्टि है या खुद शनि इस घर में बैठा है तो भी विवाह में देरी होगी। क्योंकि शनि का स्वभाव है हर काम को धीरे धीरे करना। चाहे वह कोई भी काम हो।
उदाहरण के लिए, शनि की चाल का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि कुंडली मे 30°को पार करने में जहां चंद्रमा सवा 2 दिन लेता है, शनि इसे पूरा करने में 2.5 साल लगता है।
अगर लड़की में ये लक्षण मिले तो समझ लें उसका गुरु खराब स्थिति में है।
गुरु ग्रह बड़ों का कारक है। वह परंपराओं का भी कारक है। यदि लड़की अपने से बड़ों का आदर सम्मान नहीं करती है। अपनी परंपराओं से हटकर काम करती है। तो इसका साफ-साफ मतलब है कि उस लड़की का गुरु निश्चित रूप से खराब है जैसा कि ऊपर बताया गया है।
गुरु ग्रह को अनुकूल बनाने के लिये-
'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:'
यह गुरु ग्रह का तांत्रिक मंत्र है। गुरुवार से शुरू करते हुए हल्दी की माला पर इसकी एक माला का रोज जाप करना चाहिए।
इसके अलावा गुरुवार का व्रत करना चाहिए। इस व्रत में एक समय का भोजन करना चाहिए। व्रत में भोजन का पहला कौर बेसन से बनी मीठी वस्तु से करना चाहिए।
विवाह होने के बाद वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहे इसके लिए उपरोक्त मंत्र और गुरुवार के व्रत को नियमित रूप से करते रहना चाहिए। इससे गुरु का प्रभाव उम्र भर बना रहेगा। धन वैभव में कमी नहीं आएगी।
शनि के प्रभाव को कम करने के लिए-
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः
शनि ग्रह के इस तांत्रिक मंत्र की शुरुआत किसी भी शनिवार से करते हुए रुद्राक्ष की माला से एक माला रोज जाप करना चाहिए। शादी होने तक इस मंत्र का नियमित जाप करना चाहिए और शादी के बाद इस जाप को रोका जा सकता है। किसी भी शनि मंदिर में जाकर दान पुण्य करके शनिदेव का आशीर्वाद लेकर इस मंत्र का जप रोक दें।
अन्य उपाय-
1.कन्या के पलंग पर पीले रंग की चादर बिछाएं, उस पर कन्या को सोने के लिए कहें।
2.इसके साथ ही बेडरूम की दीवारों पर हल्का रंग करें। ध्यान रहे कि कन्या का शयन कक्ष वायव्य कोण में स्थित होना चाहिए।
3.कन्या को काले और नीले रंग के कपड़ो को पहनने से बचना चाहिए। क्योंकि काला राहु का और नीला शनि का प्रतीक है। इन्हें पहनने से इनके प्रभाव में वृद्धि होती है। क्योंकि ये आपके विवाह में विलंब का कारण बन रहे हैं। इसलिए इनके प्रभाव में कमी लाने की जरूरत होती है।
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