इस महीने पैदा हुई लड़कियां होती हैं झगड़ालू- Know Girl's Behaviour
Behaviour of Girl
भाग्यवान होती है इस समय जन्मी लड़कियां
ज्योतिष में जन्म समय और जन्म का महीना बहुत महत्वपूर्ण होता है आकाश में घूमने वाले मांग रहे हम गए हैं और उनकी स्थिति हर वक्त अलग-अलग होती है अलग-अलग जननी जननी बच्चे का स्वभाव और भविष्य भी अलग होता है
ज्योतिष में हिन्दी पंचांग को महत्वपूर्ण माना गया है। इसलिए आज आपको बताते हैं हिन्दी पंचांग के 12 महीने के अनुसार जन्मीं स्त्री का स्वभाव कैसा हो सकता है-
1.मार्गशीर्ष मास
मार्गशीर्ष मास हिंदू धर्म का नौवां महीना है और यह नवंबर-दिसंबर में पड़ता है। मार्गशीर्ष मास को अग्रहायण नाम भी दिया गया है। जिसे आम बोलचाल में अगहन का महीना भी कहते हैं।
प्राचीन समय में नव वर्ष इसी माह से मनाया जाता था। सनातन संस्कृति के अनुसार भगवान शिव और श्री राम का विवाह इसी महीने में हुआ था।
इस मास में जन्म लेने वाली महिलाएं नरम स्वभाव की होती हैं। ये धीरे-धीरे बात करती हैं। इन महिलाओं को सच पसंद होता है। धार्मिक कार्यों में रूचि होती है। धन अच्छा रहता है लेकिन खर्च भी अधिक होते हैं। इनमे पेट संबंधी रोग होने की अधिक संभावनाएं रहती हैं।
2. वैशाख मास
विशाखा नक्षत्र के कारण इसे वैशाख का महीना कहा जाता है। यह अप्रैल से मई महीने तक होता है। इस महीने का काफी धार्मिक महत्व है। क्योंकि कोई त्यौहार इस महीने में पडते हैं।
जिन स्त्रियों का जन्म वैशाख मास में होता है वे सामान्यत: सुंदर नेत्र वाली होती हैं। इन लड़कियों या स्त्रियों का स्वभाव सरल और सहज होता है। इनके पति का स्वभाव भी उत्तम रहता है।
ये महिलाएं कम खर्च करने वाली और क्रोध करने वाली होती हैं। इन्हें जीवन में धन और सुख दोनों प्राप्त होते हैं।
3. फाल्गुन मास
यह हिंदू कैलेंडर का आखरी महीना है। श्री कृष्ण और शिव जी की पूजा आराधना करने वालों के लिए फागुन मास का विशेष महत्व है। इसी महीने महाशिवरात्रि भी आती है और श्री कृष्ण से जुड़े त्यौहार भी आते हैं।
फाल्गुन माह में जन्म लेने वाली स्त्रियां दयावान होती हैं, इनसे किसी का दुख नहीं देखा जाता है। शुभ और धार्मिक विचार वाला इनका स्वभाव रहता है। पढ़ाई-लिखाई में होशियार होती हैं।
4.चैत्र मास
यह हिंदू कैलेंडर का पहला महीना है। इस मास में जन्म लेने वाली स्त्रियां चतुर होती हैं। इनका रंग-रूप सुंदर होता है। चंचल स्वभाव होने के कारण इनका आकर्षक काफी अधिक रहता है। धन के मामलों में भी इन्हें काफी लाभ होता है। कभी-कभी क्रोध इन पर हावी हो जाता है
5.पौषमास:
सामान्यत: वे स्त्रियां अधिक क्रोधी होती हैं जिनका जन्म पौष मास में होता है। ये महिलाएं स्वयं के कार्यों से भाग्य का निर्माण करती हैं। सभी से मिल-जुलकर रहती हैं। इसी वजह से इन्हें मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। इन स्त्रियों को सिरदर्द, वायु एवं वात रोग की बीमारी अधिक रहती है।
6.माघ मास:
इन महिलाओं का चेहरा सुंदर होता है जिनका जन्म माघ मास में होता है। स्वभाव सरल और सहज होता है। दूसरों को अपनी बात पूरी तरह प्रकट नहीं करने देती हैं। ये महिलाएं कमजोरी के कारण रोगी रह सकती हैं।
7.श्रावण मास:
सावन मास बहुत शुभ और पवित्र माना जाता है। इस माह में जन्म लेने वाली स्त्रियां शुभ और धार्मिक कार्य करने वाली होती हैं। इनके जीवन में सुख और दुख, लाभ और हानि की समानता रहती है। इन स्त्रियों में कामुकता अधिक होती है। खुश मिजाज और संतान का सुख प्राप्त करने वाली होती हैं। सामान्यत: ये स्त्रियां बीमारियों से परेशान रहती हैं।
8.आषाढ़ माह:
जिन महिलाओं का जन्म आषाढ़ मास में हुआ है वे मीठा बोलने वाली होती हैं। इनकी आवाज का ही सर्वाधिक आकर्षण होता है। अधिकांश परिस्थितियों में इनका पति भी अच्छे स्वभाव वाला होता है। हालांकि इन्हें धन और सुख की कमी हो सकती है। कड़ी मेहनत के बाद भी इन स्त्रियों को उचित धन प्राप्त नहीं हो पाता है।
9.ज्येष्ठ मास:
इस माह में जन्म लेने वाली स्त्रियां उत्तम बुद्धि वाली होती हैं। इन्हें जीवन में धन और सुख आसानी से प्राप्त हो जाते हैं। सामान्यतया इन महिलाओं के लिए कोई भी कार्य मुश्किल नहीं होता है। तीर्थ यात्रा करने वाली और पतिव्रता होती हैं।
10.भाद्रपद मास:
इस माह में जन्म लेने वाली महिलाएं सुंदर शरीर वाली होती हैं। मीठी वाणी और सरल स्वभाव इनकी विशेषता होती है। पति की ओर से भी उत्तम सुख प्राप्त होता है। ससुराल में मान-सम्मान प्राप्त करने वाली होती हैं। ये स्त्रियां जिद भी करती हैं जिससे कई बार परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं।
11.आश्विन मास:
चंचल स्वभाव इन माह में जन्म लेने वाली स्त्रियों की पहचान होती है। ये महिलाएं बातचीत में होशियार होती हैं। धनवान होने के साथ ही पति की ओर से सुख प्राप्त होता है। संतान की ओर से कुछ समस्याएं हो सकती हैं।
12.कार्तिक मास
इस माह में जन्म लेने वाली महिलाएं धनवान होती हैं। बुद्धिमान और कई कलाओं की जानकार होती हैं। ये स्त्रियां मीठी बोलने वाली होती हैं। सामान्यत: ये महिलाएं पति को वश में करने वाली होती हैं। किंतु ससुराल वालों से कई बार वाद-विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है। इन्हें कफ संबंधी बीमारियां अधिक परेशान करती हैं।
Post a Comment