राशि के अनुसार किस भगवान की पूजा करेगी मालामाल-Lucky God

राशि के अनुसार किस भगवान की पूजा से बनेंगें मालामाल

कुंडली ज्योतिष के पांचवे भाव को उपासना का भाव माना गया है। इसमें बैठा ग्रह या पंचम भाव को पूर्ण दृष्टि देने वाला ग्रह जिस स्वभाव का होता, जिस प्रकृति का होगा, उसी स्वभाव और प्रकृति का उसका इष्ट देव भी होंगे।

‌जैसे अगर बुध-बृहस्पति कुंडली के Fifth House को प्रभावित करते है तो व्यक्ति भगवान विष्णु का उपासक होता है। 

अगर पंचम भाव को सूर्य प्रभावित करता है तो व्यक्ति सूर्य और गणेश का भक्त होता है। 

अगर शुक्र या चंद्रमा प्रभावित करें तो व्यक्ति मां लक्ष्मी या भगवान शिव का भक्त होता है। 

शनि प्रभावित करें तो महाकाली का भक्त होता है।

राहु केतु प्रभावित करे तो भैरव आदि उत्पीड़क(oppressor) देवताओं का भक्त होता है।

इसलिए यह इष्ट देव हमारे जन्म से ही निर्धारित होते हैं। राशि के अनुसार अपने भगवान की पूजा करना चाहिए।

मेष राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

‌मेष राशि के जातकों का जीवन संघर्षमय होता है। उन्हें अपने पुरुषार्थ से खुद को साबित करना होता है। इन लोगों को बहुत ज्यादा पैतृक संपत्ति नहीं मिलती।

मेष राशि के जातक अगर बृहस्पति की उपासना करते हैं या पुखराज धारण करते हैं तो उनके भाग्योदय में तीव्रता आती है। 

किस्मत का साथ पाने के लिए और धन से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए मेष राशि के जातकों को भगवान विष्णु की आराधना जरूर करनी चाहिए।

वृषभ राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

वृषभ राशि के जातक बड़े सौम्य व सीधे होते हैं। इनका स्वामी शुक्र होता है। वृषभ राशि के जातकों कि अगर धन से संबंधित समस्या है, नौकरी में सफलता नहीं मिल रही तो उन्हें मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए। 

वृषभ राशि के जातकों की अगर जिंदगी में समस्या बढ़ती जा रही है तो शनिदेव की भी पूजा कर सकते हैं। शनिवार को पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल का दिया जलाएं और हर मंगलवार को हनुमान के मंदिर में बैठकर हनुमान चालीसा पढ़े। हनुमान और शनि दोनों देवताओं की पूजा करने से वृषभ राशि के जातकों को विशेष फायदा होता है।

मिथुन राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

‌मिथुन राशि के जातकों की नाक के ऊपर का सिरा पुरुषों की तरह और नाक के नीचे का सिरा स्त्रियों की तरह होता है। उनका चेहरा पान के पत्ते की तरह होता है। अगर गौर से देखेंगे तो इनकी नाक तोते की तरह दिखाई देगी।

‌यह लोग कम बोलते हैं। इनकी संतान भी कम होती है। इनकी पहचान है इनकी तैलीय त्वचा होती है। अगर उनकी त्वचा पर उंगली से ख़ुरचेंगे तो निशान नहीं दिखाई देता है। ये लोग अपनी योजनाओं को गुप्त रखते हैं।

‌अगर आप मिथुन राशि के जातक हैं और धन संबंधी समस्या आ रही है तो भगवान गणेश की पूजा जरूर करनी चाहिए। क्योंकि आपका राशि स्वामी बुध है और उसके देवता भगवान गणेश है। 

नौकरी और पैसे से जुड़ी हर दिक्कत को दूर करने के लिए इन्हें भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा करनी चाहिए। भगवान विष्णु का ऐसा चित्र मन में धारण करना चाहिए जिसमें उनके हाथ में चक्र, गदा और शंख हो। 

हर रोज ओम गन गणपतए नमः और ओम नमो भगवते वासुदेवाय की एक एक माला जरूर जपना चाहिए। पारिवारिक क्लेश से मुक्ति पाने के लिए मिथुन राशि के जातक शनिदेव की पूजा कर भी सकते हैं।

कर्क राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है। अगर लग्न भी कर्क राशि की है तो ऐसा व्यक्ति गोरा होता है। ऐसे व्यक्ति का चेहरा चौकोर और आकर्षक होता है।

कर्क राशि की महिलाएं नेतृत्व प्रदान करने वाली होती हैं। परंतु उनका दांपत्य जीवन में सुख नही होता। कर्क राशि के पुरुष आदर्श होते हैं। परंतु उनके वैवाहिक जीवन में तनाव की स्थिति आती है। 

भगवान राम की भी कुंडली कर्क राशि की थी। हमारे देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कुंडली भी कर्क राशि की थी। उनका भी निर्णय लेने और नेतृत्व करने की काबिलियत जग जाहिर है। परंतु उन्हें अपने निजी जीवन में कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

कर्क राशि के जातकों को भगवान शिव की पूजा आराधना करना अधिक फलदाई होगा।

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सिंह राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

सिंह राशि का जातक स्वभाव से ही शूरवीर, आलसी और लापरवाह स्वभाव का होता है। बहुत जल्दी सतुष्ट होने वाला व प्रतिभाशाली होता है। सभी 12 राशियों में वृश्चिक राशि को छोड़कर सभी सिंह राशि के अधीन होती हैं। यानी इसका प्रभुत्व सभी राशियों पर होता है। केवल वृश्चिक राशि का व्यक्ति ही सिंह राशि के जातक पर भारी पड़ सकता है।

इस राशि के जातकों को सूर्य देव की आराधना करना सर्वाधिक लाभकारी साबित हो सकता है। सूर्य को रोज अर्घ देना चाहिए। सूर्य स्तोत्र का पाठ करना चाहिए और सूर्य को अर्घ देने के बाद 24 बार गायत्री मंत्र का भी हते नित्य पाठ करना चाहिए इसे तनाव की समस्या आपको कभी नहीं होगी

बिजनेस कैरियर में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको भगवती मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए। दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए। दुर्गा कवच का पाठ करना चाहिए। सिंह राशि के जातक बजरंगबली के भी पूजा आराधना कर सकते हैं।

कन्या राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

कन्या राशि के जातकों का स्वामी ग्रह बुध है। कन्या राशि के जातकों का स्वभाव कम पैसे में भी गुजारा कर लेने का होता है। इसलिए इस राशि के जातक ज्यादा कर्ज नहीं लेते हैं

पैसे की कमी कारोबार में सफलता के लिए आपको भगवती मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए। अच्छी सेहत और सफलता के लिए गणेश जी की पूजा करनी चाहिए।

तुला राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

तुला राशि के जातकों को भगवती मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए। यह लोग अगर रूद्र चंडी का पाठ रविवार से लेकर शनिवार तक करते हैं तो इनके जीवन से चाहे शनि की साढ़ेसाती, ढैया हो या शनि की महादशा हो या फिर चाहे राहु। मैं आपको परेशान किया हूं या किसी मारक ग्रह के प्रभाव में आप मृत्यु तुल्य कष्ट भोग रहे हो अगर यह प्रयोग किया जाए तो निसंदेह है रूद्र चंडी का 15 मिनट का पाठ, विधि विधान से के लिए संजीवनी का काम करेगा

तुला शनि की उच्च राशि है इसलिए शनि तुला राशि के जातकों को ज्यादा परेशान नहीं करते परंतु फिर भी सनी का आशीर्वाद पाने के लिए इसी शनि मंदिर में जाकर आप शनि की पूजा आराधना करके सनी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।

वृश्चिक राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

वृश्चिक राशि के जातकों का स्वामी ग्रह मंगल है। केवल इसी इस राशि के जातक सिंह राशि के जातक पर हावी रह सकते हैं। इस राशि के जातकों को बजरंगबली की पूजा आराधना करनी चाहिए।

धनु राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

धनु राशि के जातक समानता है मूल्य में पैदा होते हैं।

अगर मूल के पहले चरण में पैदा होता है तो पिता के लिए भारी होता है दूसरे चरण में माता के लिए तीसरे चरण में हो तो धन का नाश होता है और चौथे चरण में जन्म लेने वाला कल्याणकारी होता है

मूल नक्षत्र के चौथे चरण में पैदा होने वाला व्यक्ति अपने ससुर के लिए पारस पत्थर के समान होता है विवाह के तुरंत बाद से ही उसके ससुर की लॉटरी लगनी शुरू हो जाती है किस किसी ऊंचे पद की प्राप्ति या आकस्मिक धन लाभ होता होता है धनु राशि का स्वामी बृहस्पति ग्रह है

अगर मूल नक्षत्र में पैदा होने वाला होने वाले बच्चे के लग्न में शनि है तो जन्म के 1 महीने के अंदर बच्चा गंभीर रूप से बीमार हो जाता है और उसी बीमारी की वजह से उसे 8 साल तक परेशान रहना पड सकता है।

अगर आपको परिवार सुख नहीं मिल पा रहा प्रॉपर्टी में नुकसान हो रहा है तो आपको भगवान श्री कृष्ण की आराधना करनी चाहिए

मकर राशि के जातक किस भगवान की करें पूजा 

मकर राशि के जातकों को जातकों का स्वामी शनि ग्रह होता है। इस राशि के जातक को शनि की उपासना करनी चाहिए। इससे सेहत, पैसा और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है। इन लोगों को रात को सोते समय अपने सभी नाखूनों में सरसों का तेल लगा कर सोना चाहिए

मकर राशि का योगकारक ग्रह मंगल है। अगर इस राशि के जातक नौकरी में प्रमोशन पाना चाहते हैं तो उन्हें बजरंगबली की उपासना पूरी श्रद्धा से करनी चाहिए। हर मंगलवार को हनुमान मंदिर में बैठकर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

कुम्भ राशि के जातक  किस भगवान की करें पूजा 

कुंभ राशि शनि देव की मूल त्रिकोण राशि है। मूल त्रिकोण राशि में बैठा ग्रह बहुत मजबूत माना जाता है। इसलिए अगर कुंभ राशि के जातक शनिदेव की पूजा करते हैं तो बहुत फायदा होगा। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा, सेहत सुधरेगी। 

कुंभ राशि के जातक भगवती दुर्गा के आराधक होते हैं। नवरात्रों में कुंभ राशि के जातक सबसे ज्यादा धर्म-कर्म के कार्य करते हैं। कुंभ राशि के जातक भैरव के भी उपासक होते हैं। इसका कारण है कि यह लोग तंत्र मंत्र में ज्यादा विश्वास करते हैं। इन लोगों पर कुछ हद तक दैवीय शक्ति का प्रभाव भी होता है

मीन राशि के लोग किस भगवान की करें पूजा 

मीन राशि के जातक का स्वामी बृहस्पति होता है। ऐसे लोग ज्यादातर गेहुंवे या गोरे रंग के होते हैं (अगर साउथ के लोगो को छोड़ दिया जाए) 

यह लोग बहुत चंचल स्वभाव के होते हैं। इनका अपनी बात पर टिके रहना, शुरू किए हुए काम को खत्म कर पाना इनके लिए मुश्किल होता है। यह लोग दूसरों की सफलता से बहुत प्रभावित होते हैं। इस राशि के जातकों को भगवान श्री राम की पूजा करनी चाहिए। 

मीन राशि के जातकों के भाग्य भाव का स्वामी मंगल होता है। इसलिए उन्हें पैसे से जुड़ी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए बजरंगबली के भी उपाय करनी चाहिए।

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